अरमान बिखर जाते है
यूँ ही हवा के हलके से झोको में
कहता है खुद को
पत्थर दिल अब भी
ये भी नहीं जनता
पत्थर हवा में नहीं उड़ते
-------------देव----------------
यूँ ही हवा के हलके से झोको में
कहता है खुद को
पत्थर दिल अब भी
ये भी नहीं जनता
पत्थर हवा में नहीं उड़ते
-------------देव----------------
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